हल्के -हल्के से सुन
धीरे -धीरे से सुन
ये आहट है कैसी
ये हलचल है कैसी
ये मस्ती है कैसी
ये बेचैनी है कैसी
उनकी आँखों से पढ़
उनकी खामोशी से सुन
ये मुस्कुराहट का सुरूर
ये पास आने का जूनून
इन ख़्वाबो की नैया को चुन ले
खुली आँखों से सपने को छू ले
तो सपनो की दुनिया से बाहर निकल
इस सपने को हकीकत में बदल
Sushmita...
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